नेहा की शादी को कुछ ही महीने हुए थे, लेकिन उसका मन एक अजीब सी बेचैनी से घिरा हुआ था। शादी के बाद से विनोद के साथ उसका संबंध ठीक नहीं चल रहा था।
वह अपने काम में इतना व्यस्त रहता था कि नेहा को समय ही नहीं दे पाता था। नेहा को शादी से पहले ही ख्वाब थे कि उसका पति उसे खूब प्यार करेगा, लेकिन अब वह दिन-रात अकेलेपन का शिकार होती जा रही थी। नेहा का मन अब घर के कामों में भी नहीं लग रहा था।
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